Kahan se aaya kahan jaoge lyrics
कहाँ से आया कहाँ जाओगे
कहाँ से आया कहाँ जाओगे खबर करो अपने तन की
कोई सदगुरु मिले तो भेद बतावें खुल जावे अंतर खिड़की
हिन्दू मुस्लिम दोनों भुलाने खटपट मांय रिया अटकी
जोगी जंगम शेख सेवड़ा लालच मांय रिया भटकी
कहाँ से आया कहाँ जाओगे…
काजी बैठा कुरान बांचे जमीन जोत रहो करकट की
हर दम साहेब नहीं पहचाना पकड़ा मुर्गी ले पटकी
कहाँ से आया कहाँ जाओगे…
माला मुद्रा तिलक छापा तीरथ बरत में रिया अटकी
गावे बजावे लोक रिझावे खबर नहीं अपने तन की
कहाँ से आया कहाँ जाओगे…
बाहर बैठा ध्यान लगावे भीतर सुरता रही अटकी
बाहर बंदा, भीतर गन्दा मन मैल मछली गटकी
कहाँ से आया कहाँ जाओगे…
बिना विवेक से गीता बांचे चेतन को लगी नहीं चटकी
कहें कबीर सुनो भाई साधो आवागमन में रिया भटकी
कहाँ से आया कहाँ जाओगे खबर करो अपने तन की
कोई सदगुरु मिले तो भेद बतावें खुल जावे अंतर खिड़की
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Khabar karo apne tan ki
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