Gagan Mandal Mharo Sasro
गगन मंडल म्हारो सासरो
गगन मंडल म्हारो सासरो
हो मेने सच्चिदानंद वर पायो है रि माई
गगन मंडल म्हारो सासरो
हां चार अवस्था की चवरी बणाई है
हो मेने धीरज को कलश भरायो है री माई
गगन मंडल म्हारो सासरो
हां ज्ञान वैराग्य को कुण्ड बणायो है
हो मेने मोह को हवन करायो हे री माई
गगन मंडल म्हारो सासरो
हां त्री खुंटी महल पर प्रीतम प्यारा है
हो मेने हंस हंस कंठ लगाया है री माई
गगन मंडल म्हारो सासरो
हां बाई मीरा ने सतगुरु मिल गया हां
हो मेने तारो गगन को पहुंचाया है री माई
गगन मंडल म्हारो सासर
***********************
Gagan Mandal Mharo Sasro Lyrics
Meerabai Bhajan PDF