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Mat Kar Man Guman | मत कर मान गुमान

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mat kar man guman bhajan

मत कर मान गुमान

 

 मत कर मान गुमान, मत कर काया को अहंकार

केसरियो रंग उड़ी जायेगा, गुलाबी रंग उड़ी जायेगो..

 

हां यो संसार कागज के री पुड़ीयां

हां बुंद पड़े गल जाये,  हां बुंद पड़े ने गल जाये

केसरियो रंग उड़ी जायेगा, गुलाबी रंग उड़ी जायेगो..

 

हां यो संसार झाड़ और झाकड़

हां आग लगे जल जाए,  हां आग लगे ने जल जाए

केसरियो रंग उड़ी जायेगा, गुलाबी रंग उड़ी जायेगा..

 

यो संसार बोर वाली जाली

या में उलझ उलझ मर जाये हां उलझ उलझ ने मर जाए

केसरियो रंग उड़ी जायेगा, गुलाबी रंग उड़ी जायेगा..

 

यो संसार हाट वालों मेलो

हां सौदा करी ने घर जाये, हां मुरख मुल गवाय

केसरियो रंग उड़ी जायेगा, गुलाबी रंग उड़ी जायेगा..

 

यो संसार कांच वाली पुड़ीयां

हां लागे टपोरो झड़ जाये, हां लागे टपोरो झड़ जाये

केसरियो रंग उड़ी जायेगा, गुलाबी रंग उड़ी जायेगा..

 

कहे हो कबीर सुनो भाई साधो

थारी करणी को साथी कोई न,  हां करणी को साथी कोई ना

केसरियो रंग उड़ी जायेगा, गुलाबी रंग उड़ी जायेगा

मत कर मान गुमान, मत कर काया को अहंकार

केसरियो रंग उड़ी जायेगा, गुलाबी रंग उड़ी जायेगो 

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mat kar man guman kesariyo rang ud jayega

 

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#Kabirbhajan

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