Ram Rame Soi jani
राम रमे सोई जानी मोरे साधु भाया
राम रमे सोई जानी मोरे साधु भाया
हां राम रमे सोई जानी
हां शब्द रटाये दो तार में ना बोले भेद की वाणी हो
भ्रम मिटे ना गुरू बिना रे मरम गुरू से पानी रे मोरे साधु भाया
हां राम रमे सोई जानी
राम रमे सोई जानी मोरे साधु भाया हां राम रमे सोई जानी
हां दुध पिलाये माॅं कहलाये पिता कहन समझाई हो
को जाने को मात पिता रे भ्रम भाव न जानी मोरे साधु भाया
हां राम रमे सोई जानी
राम रमे सोई जानी मोरे साधु भाया हां राम रमे सोई जानी
हां मरना रे जीना धरम करी रा कर्म रा अंत पछीरा हो
हां मुर्दे के तो धर्म बतावे चेत रूप नही जाना मारे साधु भाया
राम रमे सोई जानी
राम रमे सोई जानी मोरे साधु भाया हां राम रमे सोई जानी
हां माटी का सब बामण बणीया माटी का सकल पसारा हो
हां इस माटी में सबको मिलना कह गया साहब कबीरा
राम रमे सोई जानी
राम रमे सोई जानी मोरे साधु भाया हां राम रमे सोई जानी
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Ram Rame Soi jani Lyrics
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