Ho ja Hoshiyar Sada Guru Aage
जो तु आया गगन मंडल से
जो तु आया गगन मंडल से सिस दिया फिर डरना भी क्या
अरे होजा होशियार सदा गुरू आगे
मन साबित फिर डरना भी क्या..
अरे उनमुन खेती धनिया कसेती रात दिना नर सोता भी क्या
आवेगा पंछी चुग जाएगा ख्ेाती तन मन को फुसलाता भी क्या
अरे होजा होशियार सदा गुरू आगे…
अरे नौ सो नदियां बहे घट भीतर सात समन्दर उंडा भी क्या
गुरू गम होद भरिया घट भीतर मुरख प्यासा जाता भी क्या
अरे होजा होशियार सदा गुरू आगे…
अरे जो तेरे घर में नारी सुशमणा गणिका के घर जाता भी क्या
शीतल वृक्ष की छाया छोड़कर कंकड़ पत्थर पर सोता भी क्या
अरे होजा होशियार सदा गुरू आगे…
अरे कांसा पीतल सोना न होवे पल्ला लगेगा कोई पारस का
चित चोपड़ का खेल मंडीया है रंग पहचानों पाथ का
अरे होजा होशियार सदा गुरू आगे…
अरे गुरू गम पासा हाथ लिया है जीती बाजी हारों भी क्या
कहे कबीर सुनो भाई साधो करम भरम बीच भुला भी क्या
अरे होजा होशियार सदा गुरू आगे…
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Ho ja Hoshiyar Sada Guru Aage
Jo tu aaya gagan mandal se Pdf Download