Amal Kare So Pai
अमल करे सो पाई
अमल करे सो पाई रे साधो भाई अमल करे सो पाई
जब तक अमल नशा नहीं करता, तब तक मजा न आई
आन्दो हाथ लिए कर दीपक, कर परकास दिखाई
औरो के आगे करे चांदनो, आप अंधेरा मांई रे साधु भाई
अमल करे सो पाई
जब तक अमल नशा नहीं करता, तब तक मजा न आई
अमल करे सो पाई
आन्दो हाथ अन्दर नहीं दरसे, जग में भलो कहाई
दूत पूत का दानी रे बनकर, पाखंड पेट भराई रे साधु भाई
अमल करे सो पाई
जब तक अमल नशा नहीं करता, तब तक मजा न आई
अमल करे सो पाई
काजी पंडित पढ़ पढ़ हारे वेद कुराण के मांई
भणिया गुणिया ये नहीं समझे, याने कुण समझाई
अमल करे सो पाई
जब तक अमल नशा नहीं करता, तब तक मजा न आई
अमल करे सो पाई
दोई कर जोड़े माली लिखे लेखणो, सब संतन के मांई
है कोई ऐसा फक्कड़ जग में, अपना अमल जमाई साधु भाई
अमल करे सो पाई
जब तक अमल नशा नहीं करता, तब तक मजा न आई
अमल करे सो पाई
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Amal Kare So Pai Lyrics
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