Arti Utaro Wo Mhara Dev Niranjan Ki
सैयां म्हारी आरती उतारो वो अपणा देव निरंजन की
सैयां म्हारी आरती उतारो वो अपणा देव निरंजन की
है देव निरंजन की रे अपणा रामा पीरा की है
देव निरंजन की रे अपणा गोरा पीरा की
सैया म्हारी आरती उतारो वो अपणा देव निरंजन की
हां पेला युगा में राजा प्रहलाद तारिया है प्रहलाद तारिया है
है राणी रत्ना दे ये झेल्यो मुजरों
सैयां म्हारी आरती उतारो वो अपणा देव निरंजन की
हां दुसरा युगा में राजा हरिश्चंद्र तारिया है हरिश्चंद्र तारिया है
हे राणी तारा दे ये झेल्यो मुजरों
सैयां म्हारी आरती उतारो वो अपणा देव निरंजन की
तीसरा युगा में राजा पांडव तारिया है पांडव तारिया है
हे राणी द्रद्रोपती ये झेल्यो मुजरों
सैयां म्हारी आरती उतारो वो अपणा देव निरंजन की
चोथा युगा मे राजा बलिचंद तारिया हे बलिचंद तारिया है
हे राणी संजावली ये झेल्यो मुजरों
सैयां म्हारी आरती उतारो वो अपणा देव निरंजन की
दोईकर जोड़े राणी रूपा दे बोल्या है रूपाबाई बोलिया है
है सत्यअमरा पुर पाया है
सैयां म्हारी आरती उतारो वो अपणा देव निरंजन की
*******************************
Arti Utaro Wo Mhara Dev Niranjan Ki bhajan
Arti Utaro Wo Mhara Dev Niranjan Ki pdf