Tharo Bharoso Ghano Bhari
थारो भरोसो गणों भारी सांवरा
नकलंग नेजा धारी सांवरा, थारो भरोसो घणों भारी है हो जी
थारो भरोसो घणों भारी सांवरा, थारो भरोसो घणों भारी है हो जी
हां राजा हरिशचंद्रद्र राणी तारा दे भरीयो नीच घरे पाणी है हो जी
हरे सत्य का रे कारण नाग डसाया तो भी सत नहीं हार्या
सांवरा थारो भरोसो घणों भारी है हो जी…
कोरव पांडव युद्ध मचीया है महाभारत का माही है हो जी
हरे द्रद्रोपति को थाने चीर बढ़ायो तो खेंच दुशासन हार्यो
सांवरा थारो भरोसो घणों भारी है हो जी…
नरसिंह नेजा भगत सुदामा रे जिनका तो काज थाने सार्या है हो जी
हरे हुल्का में प्रहलाद तार्या तो जलती अगन का माही
सांवरा थारो भरोसो घणों भारी है हो जी…
हां भ्रम्हा विष्णु और महेशा रे जीनकी तो लीला देखो न्यारी है हो जी
हरे दोई कर जोड़े भाटी हरीनंद बोल्या तो शरणो में राखो तुम्हारी
सांवरा थारो भरोसो घणों भारी है हो जी…
नकलंग नेजा धारी सांवरा, थारो भरोसो घणों भारी है हो जी
थारो भरोसो घणों भारी सांवरा, थारो भरोसो घणों भारी है हो जी
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Tharo Bharoso Ghano Bhari bhajan
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