Guru sam data koi nahi
सतगुरू सम दाता कोई नहीं
सतगुरू सम दाता कोई नहीं
जग मांगण हारा, गुरु सम दाता कोई नहीं
कोई नहीं हो ऐसा कोई नहीं
जग मांगण हारा, गुरु सम दाता कोई नहीं
क्या राजा क्या बादशाह, हो सबने हाथ पसारा
सात द्वीप नव खंड में साहेब का ही विस्तारा
गुरु सम दाता कोई नहीं
कोई नहीं हो ऐसा कोई नहीं
जग मांगण हारा, गुरु सम दाता कोई नहीं
अपराधी तीरथ चल्या, क्या तीरथ तारे
कपट दाग छूटा नहीं, बहु अंग पखारे
गुरु सम दाता कोई नहीं
कोई नहीं हो ऐसा कोई नहीं
जग मांगण हारा, गुरु सम दाता कोई नहीं
कागज की एक नाव बनी, जिन में लोहा अपारा
सतगुरु पार लगाविया कोई संत पुकारा
गुरु सम दाता कोई नहीं
कोई नहीं हो ऐसा कोई नहीं
जग मांगण हारा, गुरु सम दाता कोई नहीं
कहें कबीर क्या खो गया, क्या ढून्ढन हारा
अंधे को सूझे नहीं, घट मांही उजाला
गुरु सम दाता कोई नहीं
कोई नहीं हो ऐसा कोई नहीं
जग मांगण हारा, गुरु सम दाता कोई नहीं
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Guru sam data koi nahi Lyrics