Heli Mhari Piya ki Fikar me
हेली म्हारी पिया की फिकर में
हेली म्हारी पिया की फिकर में हैली होई वो दिवानी
रेण गंवई वो सारी रात जी
हेली मारी चुंनड़ रंगावो तो भव रंग रंगादुं
म्हारी हेली कदिये भदे रंगी ना होय जी
हेली म्हारी जदि यो उदय राणो बंड खंड चाल्यो
म्हारी हेली सेर्या में लागी बम ठोड़ जी
हैली म्हारी पिया की फिकर में हैली होई वो दिवानी
हेली म्हारी जदी यो उदय राणो उठ चाल्यो
म्हारी हेली कोई मनावा नी जाय जी
हैली म्हारी पिया की फिकर में हैली होई वो दिवानी
हेली म्हारी सदलपुर का शहर में
म्हारी हेली लंबी या पेड़ खजूर जी
हेली म्हारी चढ़ता नर चढ़ीगया
म्हारी हेली गीरताने चकनाचूर जी
हैली म्हारी पिया की फिकर में हैली होई वो दिवानी
हेली म्हारी सुखा वो समंद में नाव पुराणी
म्हारी हेली उल्ट-सुलट चली जाए जी
हैली म्हारी पिया की फिकर में हैली होई वो दिवानी
हेली म्हारी दोईकर जोड़े जती गोरख बोल्या म्हारी हेली
सत्य अमरापुर पाया
हैली म्हारी पिया की फिकर में हैली होई वो दिवानी
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heli Bhajan by Kabir
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