Mai hu dasi teri Datiye
मैं हूॅं दासी तेरी दातिए
मैं हूॅं दासी तेरी दातिए,
सुन ले विनती मेरी दातिए
मैया जब तक जियु मैं सुहागन रहूॅं
मुझको इतना तू वरदान दे ।।
मेरा प्राणो से प्यारा पति
मुझसे बिछड़े न रूठे कभी
माता रानी से मेरी आयु लगे ये मनोकामना है मेरी
माँ तेरे लाल की मैं हु अर्धागनी
मैं हु दासी तेरी दातिए
सुन ले विनती मेरी दातिए
मैया जब तक जियु मैं सुहागन रहूॅं
मुझको इतना तू वरदान दे ।।
मैया तू ही मेरी आस है मैरा तुझपे ही विश्वास है
आसरा है तेरा मुझपे करना दया मेरी तुझसे ये अरदास है
बिन तेरे प्यार के क्या मेरे पास है
मैं हु दासी तेरी दातिए
सुन ले विनती मेरी दातिए
मैया जब तक जियु मैं सुहागन रहूॅं
मुझको इतना तू वरदान दे ।।
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