Mahabharat ke rachyita kaun hai?
Who wrote mahabharata | महाभारत के रचयिता का नाम
महाभारत महर्षि कृष्णद्वैपायन वेदव्यास जी द्वारा लिखा गया था।
महर्षि द्वारा लिखा गया महाकाव्य है। अतः महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी है।
Vedvyas | महर्षि वेदव्यास
नाम : कृष्णद्वैपायन वेदव्यास
अन्य नाम : कृष्णद्वैपायन, बादरायणि, पाराशर्य
संदर्भ ग्रंथ : महाभारत, पुराण आदि
जन्म स्थल : यमुना तट हस्तिनापुर
व्यवसाय : वैदिक ऋषि
माता-पिता : सत्यवती और ऋषि पराशर
भाई-बहन : भीष्म,चित्रांगद और विचित्रवीर्य सौतेले भाई
संतान : शुकदेव
महाभारत ग्रंथ के रचयिता थे। वेदव्यासजी महर्षि पराशर और सत्यवती के पुत्र थे। महाभारत ग्रंथ का लेखन भगवान् गणेश ने महर्षि वेदव्यास से सुन सुनकर किया था। वेदव्यास महाभारत के रचयिता ही नहीं, बल्कि उन घटनाओं के साक्षी भी रहे हैं, जो क्रमानुसार घटित हुई हैं। अपने आश्रम से हस्तिनापुर की समस्त गतिविधियों की सूचना उन तक तो पहुंच जाती थी। वे उन घटनाओं पर अपना परामर्श भी देते थे। जब-जब अंतर्द्वंद्व और संकट की स्थिति आती थी, माता सत्यवती उनसे विचार-विमर्श के लिए कभी आश्रम पहुंचती, तो कभी हस्तिनापुर के राजभवन में आमंत्रित करती थी। प्रत्येक द्वापर युग में विष्णु व्यास के रूप में अवतरित होकर वेदों के विभाग प्रस्तुत करते हैं। पहले द्वापर में स्वयं ब्रह्मा वेदव्यास हुए, दूसरे में प्रजापति, तीसरे द्वापर में शुक्राचार्य, चौथे में बृहस्पति वेदव्यास हुए। इसी प्रकार सूर्य, मृत्यु, इन्द्र, धनजंय, कृष्ण द्वैपायन अश्वत्थामा आदि अट्ठाईस वेदव्यास हुए। इस प्रकार अट्ठाईस बार वेदों का विभाजन किया गया। ऐसा माना जाता है कि वेद व्यास नाम वास्तविक नाम के बजाय एक शीर्षक है क्योंकि कृष्ण द्वैपायन ने चार वेदों को संकलित किया था।